Tera Fitoor (तेरा फितूर) Song is from the Utkarsh Sharma, Ishita Chauhan starrer movie Genius. tera Fitoor song is sung by Arijit Singh and lyrics of this song is written by Kumaar.
Tera Fitoor Song Details:
Singer: Arijit SinghMusic: Himesh Reshammiya
Lyrics: Kumaar
Tera Fitoor Song Lyrics in English:
Tera fitoor jab se chadh gaya re
Tera fitoor jab se chadh gaya re
Ishq jo zara sa tha woh badh gaya re
Tera fitoor jab se chadh gaya re
Tu jo mere sang chalne lage
To meri raahein dhadakne lage
Dekhun jo na ik pal main tumhein
Toh meri baahein tadapne lage
Ishq jo zara sa tha woh badh gaya re
Tera fitoor jab se chadh gaya re
Tera fitoor jab se chadh gaya re
aa.. aa..
Haathon se laqeerein yehi kehti hai
Ke zindagi jo hai meri
Tujhi mein ab rehti hai
Labon pe likhi hai mere dil ki khwaahish
Lafzon mein kaise main bataaun
Ik tujhko hi paane ki khaatir
Sabse judaa main ho jaaun
Kal tak maine jo bhi khwaab the dekhe
Tujhme woh dikhne lage
Ishq jo zara sa tha woh badh gaya re
Tera fitoor jab se chadh gaya re
Tera fitoor jab se chadh gaya re
Saanson ke kinaare bade tanha the
Tu aa ke inhe chu le bas
Yehi toh mere armaan the
Saari duniya se mujhe kya lena hai
Bas tujhko hi pehchaanu
Mujhko na meri ab khabar ho koi
Tujhse hi khudko main jaanu
Raatein nahi katati bechain se hoke
Din bhi guzarne lage
Ishq jo zara sa tha woh badh gaya re
Tera fitoor jab se chadh gaya re
Tera fitoor jab se chadh gaya re
तेरा फितूर गानेका लिरिक्स हिंदी में(Tera Fitoor Song Lyrics in Hindi):
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
इश्क़ जो ज़रा सा था वो बढ़ गया रे
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
तू जो मेरे संग चलने लगे
तो मेरी राहें धड़कने लगे
देखूँ जो ना इक पल मैं तुम्हें
तो मेरी बाहें तड़पने लगे
इश्क़ जो ज़रा सा था वो बढ़ गया रे
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
आ..आ..
हाथों से लकीरें यही कहती है
के ज़िंदगी जो है मेरी
तुझी में अब रहती है
लबों पे लिखी है मेरे दिल की ख़्वाहिश
लफ़्ज़ों में कैसे मैं बताऊँ
इक तुझको ही पाने की ख़ातिर
सबसे जुदा मैं हो जाऊँ
कल तक मैंने जो भी ख़्वाब थे देखे
तुझमें वो दिखने लगे
इश्क़ जो ज़रा सा था वो बढ़ गया रे
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
सासों के किनारे बड़े तनहा थे
तू आके इन्हें छू ले बस
यही तो मेरे अरमां थे
सारी दुनिया से मुझे क्या लेना है
बस तुझको ही पहचानू
मुझको ना मेरी अब ख़बर हो कोई
तुझसे ही खुदको मैं जानू
रातें नहीं कटती बेचैनसे होके
दिन भी गुज़रने लगे
इश्क़ जो ज़रा सा था वो बढ़ गया रे
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
इश्क़ जो ज़रा सा था वो बढ़ गया रे
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
तू जो मेरे संग चलने लगे
तो मेरी राहें धड़कने लगे
देखूँ जो ना इक पल मैं तुम्हें
तो मेरी बाहें तड़पने लगे
इश्क़ जो ज़रा सा था वो बढ़ गया रे
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
आ..आ..
हाथों से लकीरें यही कहती है
के ज़िंदगी जो है मेरी
तुझी में अब रहती है
लबों पे लिखी है मेरे दिल की ख़्वाहिश
लफ़्ज़ों में कैसे मैं बताऊँ
इक तुझको ही पाने की ख़ातिर
सबसे जुदा मैं हो जाऊँ
कल तक मैंने जो भी ख़्वाब थे देखे
तुझमें वो दिखने लगे
इश्क़ जो ज़रा सा था वो बढ़ गया रे
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
सासों के किनारे बड़े तनहा थे
तू आके इन्हें छू ले बस
यही तो मेरे अरमां थे
सारी दुनिया से मुझे क्या लेना है
बस तुझको ही पहचानू
मुझको ना मेरी अब ख़बर हो कोई
तुझसे ही खुदको मैं जानू
रातें नहीं कटती बेचैनसे होके
दिन भी गुज़रने लगे
इश्क़ जो ज़रा सा था वो बढ़ गया रे
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
आ.. आ..
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